ISP एक ऐसी कंपनी है,जहा वो अपने ग्राहकों या उपयोगकर्ताओं को इन्टरनेट सेवा प्रदान करती है। अगर इसे आसान भाषा में कहे , तो आप जिस कंपनी के द्वारा अपने घर या ऑफिस के लिए इन्टरनेट कनेक्शन उपयोग करते है , वही आपका ISP कहलाता हैं।
वह सभी कंपनी जो इन्टरनेट सेवा देने का कार्य करती है, उस कंपनी को ISP मतलब इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर कहते है । बहुत से आईएसपी, सर्विस देने वाली कंपनी इन्टरनेट एक्सेस प्रदान करने के अलावा और काफी सेवा जैसे : ईमेल सेवा, वेब होस्टिंग, डोमेन, वेबसाइट डिजाईन, सॉफ्टवेयर पैकेज, आदि प्रदान करती है।
आईएसपी के द्वारा ही आप अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप, कंप्यूटर इन् सभी डिवाइस को इन्टरनेट से जोड़ पाते है । भारत में पहली बार “विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) द्वारा ही 14 अगस्त 1995 में इन्टरनेट सेवा की शुरुआत किया गया था
आईएसपी के पास वो पूरा डाटा होता है, जिससे वो पता लगा सकते है उनके ग्राहक इन्टरनेट पर क्या सर्च कर रहे है, कौन कौन सी वेबसाइट एक्सेस कर रहे है, क्या डाउनलोड कर रहे है और भी बहुत कुछ । वह कभी भी किसी भी समय वेबसाइट को ब्लॉक कर सकते है , क्यूंकि इनके पास पूरा कण्ट्रोल होता है।
ISP का फुल फॉर्म क्या है?
आईएसपी का फुल फॉर्म “इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर” होता है।
ISP – Internet Service Provider
ISP के प्रकार?
ISP अपने ग्राहकों को सर्विस प्रदान करने के लिए कई प्रकार के कनेक्शन प्रदान करता है।
1) Dial-up
Dial-up कनेक्शन पहले के समय में काफी उपयोगी हुआ करता था , आज के समय में यह कनेक्शन बिलकुल ख़त्म हो गया है। इसमें यूजर को इन्टरनेट का उपयोग करने के लिए टेलीफ़ोन लाइन का उपयोग करना पड़ता था जिसमे Dial-Up Connection को setup करने के लिए modem की जरूरत होती थी और इस modem को कंप्यूटर और टेलीफ़ोन के बीच interface की भांति कार्य करता हैं।
इस कनेक्शन के द्वारा दी गयी स्पीड बहुत slow हुआ करती थी छोटे गॉव क्षेत्र में जहाँ केबल कनेक्शन नहीं हुआ करता था , वहां पर इस प्रकार के कनेक्शन का उपयोग करके इन्टरनेट सेवा प्रदान की जाती थी
2) DSL
DSL का पूरा नाम Digital Subscriber Line होता हैं। यह भी डायल-अप की तरह ही काम करता था ,लेकिन उससे काफी बेहतर हैं। क्यूंकि इसमें टेलीफ़ोन के माद्यम से यूजर तक इन्टरनेट सेवा पहुँचाई जाती हैं इसमें पुराने कनेक्शन की अपेक्षा इसमें इन्टरनेट की स्पीड डायल-अप से काफी अच्छी देकने को मिलती है
यह आज के समय में एडवांस टेलीफोन नेटवर्क के माध्यम से यूजर को उसके घर या ऑफिस में हाई स्पीड इन्टरनेट सेवा प्रदान किया जा रहा है काफी टेलिकॉम कंपनी और फ़ोन कंपनी DSL कनेक्शन प्रदान करती हैं। जिससे हम लोग ब्रॉडबैंड कनेक्शन के नाम से जानते है
3) Cable Internet
Cable Internet कनेक्शन के लिए टेलीफोन का इस्तेमाल नहीं होता है। इसके लिए आपको Cable wire का उपयोग करना होता है ISP अपने यूजर के घर या ऑफिस तक केबल के सहारे जोड़ता है जिसको हम लोग एक modem से कनेक्ट करते है
इसके बाद Ethernet Cable के जरिये modem को कंप्यूटर से जोड़ते है जिसके बाद यूजर को हाई-स्पीड इन्टरनेट सेवा मिलने लगती है इसे हम लोग Broadband भी कह सकते है।
4) Wireless Broadband (WiBB)
Wireless Broadband Connection, एक ऐसा कनेक्शन है जिसमे वायर का उपयोग नहीं किया जाता है जिसका कनेक्शन बिना केबल या बिना वायर के जरिये इन्टरनेट प्रदान करता है
आजकल हर स्मार्टफोन, टैब या लैपटॉप में वाई-फाई उपलब्ध होता है। इसलिए हम आसानी से होटल, रेस्टोरेंट, एयरपोर्ट, आदि जैसे पब्लिक
5) Fiber Optical Internet Connection
यह एक ऐसी तकनीक है, जिसमे। इन्टरनेट स्पीड बाकी सभी प्रकारों की तुलना में कई गुणा तेज़ हैं। इसमें डाउनलोड स्पीड लगभग 1 Gbps होती है। इसमें यूजर तक इन्टरनेट सेवा पहुँचाने के लिए Fiber Optic Cable का प्रयोग किया जाता है।
यह एक नई तकनीक है, इसलिए अभी कुछ चुनिन्दा और प्रमुख शहरों में ही उपलब्ध हैं। ISP इसे अधिक शहरों तक उपलब्ध तो कराना चाहती है, मगर फाइबर ऑप्टिक केबल को स्थापित करने की लागत बहुत ज्यादा है, इसलिए ISP इसे ज्यादा शहरों तक पहुँचाने में अभी तक सक्षम नहीं हो पायी है।